हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " तोहफा ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الکاظم علیہ السلام
فضَلُ ما یَتَقَرَّبُ به العَبدُ اِلی اللهِ بَعدِ المَعرِفَةِ به، الصَلوةُ
हज़रत इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अल्लाह की माअरेफत (पहचान) के बाद बेहतरीन चीज़ की जिसके ज़रिए इंसान अल्लाह से करीब हो सकता है वह नमाज़ है।
तोहफा ए ओकूल,पेंज 455